हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में कवि मीर अली मीर जी ने डी.पी. विप्र महाविद्यालय में अपने काव्यों के रस से सभी को कविताओं के माध्यम से आनन्दित किया:-
बिलासपुर न्यूज़:- डी. पी. विप्र महाविद्यालय हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में कवि मीर अली मीर जी ने अपनी भाषा में आत्मीयता का स्वर गूँजने लगें । हिंदी दिवस पर कवि मीर अली मीर जी ने महाविद्यालय में उपस्थित छात्र -छात्राओं एवं प्राध्यापक गण को अपने कविताओं के रस से सभी को आनंदित किया ।
कवि जी ने कविता "नंदा जाहि का रे" प्रस्तुत करते हुए सभी में मन को मोहित किया गया । कवि जी ने ज्यादा तर महिलाओं को आगे बढ़ने को ले कर प्रागण में कविताएं प्रस्तुत किए ,जिससे सभी महिलाएं उत्साह से उमड़ परे।
कवि जी ने कविता "नंदा जाहि का रे" प्रस्तुत करते हुए सभी में मन को मोहित किया गया । कवि जी ने ज्यादा तर महिलाओं को आगे बढ़ने को ले कर प्रागण में कविताएं प्रस्तुत किए ,जिससे सभी महिलाएं उत्साह से उमड़ परे।
इस हिंदी दिवस के कार्यक्रम में अध्यक्षता प्रशासन समिति के अध्यक्ष श्री अनिराग शुक्ला जी, मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ माटी के दुलरूवा कवि श्री मीर अली मीर जी एवं विशिष्ट अतिथि प्रशासन समिति के सदस्य राजकुमार अग्रवाल जी थे।
इस कार्यक्रम का प्रारंभ माँ सरस्वती व पं. रामनारायण शुक्ल जी के चित्रों पर दीपक जला कर किया गया। साथ ही अतिथियों का स्वागत शाल व श्रीफल द्वारा किया गया । इसी कड़ी में राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र -छात्राओं द्वारा एक सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया।
छत्तीसगढ़ 24टाइम्स न्यूज़ के व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें...👈🏻👈🏻👈🏻
कार्यक्रम का प्रारंभ में अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला जी ने सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, हुंडी को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए हमें एकजुट होना चाहिए। कार्यक्रम अध्यक्ष श्री अनुराग शुक्ला जी ने अपने अभिभाषण में महाविद्यालय में हिंदी के प्रोत्साहन हेतु विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करने की बात कही। विशिष्ट अतिथि श्री राजकुमार अग्रवाल जी ने हिंदी की दशा और दिशा पर प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम का प्रारंभ में अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला जी ने सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, हुंडी को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए हमें एकजुट होना चाहिए। कार्यक्रम अध्यक्ष श्री अनुराग शुक्ला जी ने अपने अभिभाषण में महाविद्यालय में हिंदी के प्रोत्साहन हेतु विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करने की बात कही। विशिष्ट अतिथि श्री राजकुमार अग्रवाल जी ने हिंदी की दशा और दिशा पर प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं कवि श्री मीर अली मीर जी ने हिंदी की महत्ता को बताते हुए आने काव्यों में माध्यम से सभी को आनन्दित किया और अपने काव्यों के रस से परिपूर्ण प्रागंण में उपस्थित लोगों को कविताओं के माध्यम से विचार प्रकट किए,जिससे लोगों के खूब आनंद लिए।
कवि मीर अली मीर जी की काव्य रस से परिपूर्ण कविताएं वीडियो
इस कार्यक्रम को सफल संचालक डॉ. एम. एस. तम्बोली जी एवं आभार प्रदर्शन डॉ. संजय तिवारी जी ने किया। इस अवसर पर डॉ. के.बी. सिंह, डॉ. रामाधार पांडेय जी,डॉ. साधना सोम जी, डॉ. के.के. शर्मा जी, डॉ. एम. एस. जयसवाल जी, डॉ. विवेक अम्बलकर जी,डॉ. मनीष तिवारी, डॉ. सुनीता यादव, डॉ. ऊर्जारंजन सिन्हा, डॉ. खगेन्द्र सोनी, प्रो. जयंत राय, डॉ. आशीष शर्मा, डॉ.रेणु नायर, डॉ. स्नेहलता मिश्रा, डॉ. आशुतोष पांडेय, डॉ. शुभ्रजा पांडेय, डॉ. सुषमा शर्मा, डॉ. रश्मि शर्मा, प्रो. तोषिमा मिश्रा,
डॉ. शिखा पहारे, डॉ. आभा तिवारी, प्रो. ए. श्री राम, प्रो. श्रीति सोमवंशी, प्रो. ऋचा हाण्डा, प्रो. किरण दुबे, डॉ. सुरूचि मिश्रा, प्रो. शैली ओझा, प्रो. रीना ताम्रकार, प्रो. यूपेश कुमार, प्रो. अर्चना ठाकुर, प्रो. आशा राय, प्रो. भागवत कौशिक, प्रो. आकांक्षा राठौर, प्रो. सपना मिश्रा, प्रो. प्रदीप जायसवाल, प्रो. लवराज विश्वकर्मा, प्रो. मोतीलाल पाटले, प्रो. ऋतु पांडेय, प्रो. रूपेन्द्र शर्मा,
प्रभात मिश्रा, सगराम चंद्रवंशी, पवन शर्मा, उपासना पांडेय, खोरबहरा श्रीवास, तोरण यादव, विकास सिंह ठाकुर, उमेश साहू, बृजेश बोले, बलराम जायसवाल, हिमेश साहू, दुर्गेश वर्मा, अरूण नथानी, हर्ष सिंह, दीपक कश्यप, मनीष मिश्रा, यश मिरानी, सुरेन्द्र अहिरवार, एनसीसी व एनएसएस व महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं इस हिंदी दिवस के कार्यक्रम में उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment