नुक्कड़ नाटक कर अंधविश्वास को खत्म करने का सन्देश दिया:-
बिलासपुर न्यूज़:- बिलासपुर के मौलाना आज़ाद शिक्षा महाविद्यालय के बी.एड प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र- छात्राओं ने ग्राम बहतराई में जा कर अंधविश्वास के शब्द में नुक्कड़ नाटक कर ग्राम में चल रहे अंधविश्वास को दूर कर करने की संकल्प ठानी और ग्राम के लोगो को नुक्कड़ नाटक एवं अंधविश्वास खत्म करने के रूप में नारे लगा कर ग्राम में वासियों को सन्देश देते हुए किया, साथ ही साथ ग्राम के वासियो को बताया गया कि जादू टोना ये सब कुछ नही होता लोगों का बस भ्रम होती है, छात्र/ छात्राओं ने एक दिवस पहले बहतराई ग्राम में जा कर ग्रामवासियो से मिले और उनके घर के सदस्यों की परिस्थितियों को समझा साथ ही साथ उनको मिल रहे शासन द्वारा योजना से छात्रों ने अवगत कराया।
ग्राम के वासियो ने संकल्प किया कि ग्राम में हो रहे अंधविश्वास को समाप्त कर के ही आगे बढ़ेंगे ,अंधविश्वास दूर न होने पर काफी लोगो की जाने जा सकती है किसी को भी दोसी ठहराया जा सकता है,अंधविश्वासी व्यवहार शोषण को खुलेआम बढ़ावा देता है, तो वहां कानून की आवश्यकता होती है,भगवान की आज्ञा का अंदाज लगाकर ही चुनाव में खड़ा होने या न होने का निर्णय लेना अंधविश्वासपूर्ण कार्य है,कोई व्यक्तिगत स्वतंत्रता कहकर इसे सही साबित करेगा।
लेकिन कोई व्यक्ति चोर है अथवा नहीं, यह साबित करने के लिए किसी जाग्रत देवता के सामने उसे उबलते तेल में हाथ डालने के लिए मजबूर करना न केवल अंधविश्वास है, बल्कि शोषण है।इसके विरुद्ध कानून होना ही चाहिए,अभी तक ऐसा कानून समूचे भारत में कहीं भी नहीं बनाया गया है. महाराष्ट्र में यह 2013 में बना है. ऐसे समाज में रहने वाले वैज्ञानिक अगर दोहरा अवैज्ञानिक व्यवहार करते हैं, तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए।अन्धविश्वास खत्म करने का नारा लगा कर ग्राम वासियो को सन्देश दिया गया,इस नुक्कड़ नाटक में मौलाना आज़ाद शिक्षा महाविद्यालय की प्रोफ़ेसर श्रीमती अनामिका दुबे की उपस्थिति पर
नाटक में नम्रता,आरती सिंह,अंतरा अधिकारी,बेबी शिखा,संजू सूर्यवंसी,वैदेही,प्रतिभा पाटनवार,दीपक चन्द्रा,
मोनिका मंडावी,दिव्या,चन्द्रिका,रवि केरकेट्टा,शिवानी श्रीवास,गोपाल प्रसाद,सावन इंदु,सुलक्षणा,मीनाक्षी सिंह,
दिव्या रानी,चुड़ाकान्त ये सभी बी.एड के छात्र -छात्राएं ने सहभागिता निभायी।
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